रिलायंस फाउंडेशन (Reliance Foundation) की संस्थापक और चेयरपर्सन नीता अंबानी ने हॉर्टिकल्चर नगर, हैदराबाद में रिलायंस रिटेल के पहले ‘स्वदेश’ स्टोर का उद्घाटन किया है। यह स्वदेश स्टोर उन्नत ग्रामीण उत्पाद, पारंपरिक कला, और हस्तशिल्प की विभिन्न वस्तुओं के एक संग्रह को पेश करने का प्रयास करता है। इस स्टोर के माध्यम से, रिलायंस फाउंडेशन ने उत्कृष्टता के साथ संवेदनशील कलाकारों और कारीगरों को आय का नया स्रोत प्रदान करने का उद्देश्य रखा है। (Business)
स्वदेश स्टोर को संचालित करने के लिए, रिलायंस ने किसानों, कलाकारों, और कारीगरों के साथ मिलकर काम किया है। यहां उपलब्ध उत्पादों में कथित योग्यता को देखते हुए सटीकता की पुष्टि की गई है और स्रोत सम्बन्धित नगरीय क्षेत्रों के आसपास का ध्यान दिया गया है। प्रत्येक उत्पाद अनियंत्रित लैब में गुणवत्ता और मानकों के परीक्षण के लिए जांचे जाते हैं, इससे उनकी गुणवत्ता हमेशा सुनिश्चित रहती है।
स्वदेश स्टोर्स में पारंपरिक कला के अलावा, ग्राहक विविधता को देखते हुए हस्तनिर्मित खाद्य पदार्थ, वस्त्र, आभूषण, जूते, मुद्राक्षर और वस्त्राला उत्पाद खरीद सकते हैं। कहते हैं आदि भरी होली से पहले रंगों के साथ गांवों में आप्लाइ इंडस्ट्री की बढ़ती मांग के कारण, यहां होली की खरीदारी का जोर रहता है।
नीता अंबानी (Nita Ambani) ने कहा कि यह स्वदेश स्टोर भारतीय कला और शिल्प की महत्वपूर्ण धारा को बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य (Goal) यह है कि भारतीय कला और शिल्प को सुरक्षित रखें और उन्हें वैश्विक मंच पर प्रकट करें।” उन्होंने इस संस्थान को उद्देश्य कर्मठ कलाकारों और कारीगरों के लिए नई रोजगार की सुविधा प्रदान करने का भी कहा।
इसके अलावा, रिलायंस फाउंडेशन ने कई अन्य पहलें भी शुरू की हैं जो विभिन्न शहरों में कारीगरों को समर्पित हैं। यहां स्थानीय कलाकारों को प्रशिक्षण, बढ़ती कला और शिल्प सामग्री की पहचान, बिक्री के अवसर, और बिजनेस (Business) के मौके उपलब्ध कराये जाते हैं। रिलायंस फाउंडेशन के इस प्रयास से भारतीय संस्कृति, कला, और कारीगरी को ग्लोबल पट-हेंग (Global) किया जाएगा और स्वदेश उत्पादों के लिए देश के नागरिकों का गर्व बढ़ाएगा।
इसके आगे, रिलायंस फाउंडेशन ने अपने कक्षाओं में स्कूली और कॉलेज के छात्रों को संगठित करने के लिए कई पहल शुरू की हैं। इन पहलों के माध्यम से, विद्यार्थी स्वदेश के महत्व को समझ सकेंगे और देश की मीडिया उत्पादन क्षेत्र में अपने कौशल को विकसित कर सकेंगे। रिलायंस के साथी प्रशासनिक और तकनीकी सहयोग के माध्यम से, ये पहलें देश के नवीनतम कल.